श्री दुर्गा सप्तशती नवचंडी यज्ञ
Navchandi durga havan- navchandi yagn vidhan
श्री दुर्गा सप्तशती नवचंडी यज्ञ विधान भगवती महाकाली, महालक्ष्मी, महासरस्वती त्रिगुणात्मिका शक्ति जगदंबा सहित मां दुर्गा देवी प्रसन्न करने हेतु नवचंडी यज्ञ विधान किया जाता है. नवचंडी यज्ञ सनातन धर्म का एक शक्तिशाली बडा यज्ञ है. जिसे नवचंडी यज्ञ कहा जाता है.
नवचंडी यज्ञ में 11 पंडित होते हैं, नवचंडी के सभी देवी-देवता का स्थापन गणपति से आरंभ करके रूद्र तक स्थापन करते हैं.
मां भगवती की महा पीठ को बड़ी अच्छी तरह से सजाया जाता है, नवचंडी यज्ञ में सभी कुटुंबीजन, सबंधी, मित्र वर्तुण इन सभी को आमंत्रित किया जाता है.
जन्म कुंडली में अशुभ ग्रहों की दशा चल रही हो, गोचर में ग्रहों का अशुभ फल मिल रहा हो, तो नवचंडी यज्ञ विधान करने से अशुभ ग्रहों की दशा में शुभत्व की प्राप्ति होती है और नवग्रह देवो कृपा प्राप्त होती हैं.
नवचंडी यज्ञ सौभाग्य देनेवाला है, यज्ञ करने के बाद मनुष्य (यजमान) स्वयं एक गर्भित आनंद का अनुभव करता है और ये आनंद की अनुभूति अलौकिक है.
नवचंडी यज्ञ सौभाग्य देनेवाला है, यज्ञ करने के बाद मनुष्य (यजमान) स्वयं एक गर्भित आनंद का अनुभव करता है और ये आनंद की अनुभूति अलौकिक है.
परंतु मां भगवती को, मां जगदंबा को, मां दुर्गा को प्रसन्न करने हेतु पूर्ण रूप से विधि विधान से यज्ञ किया जाये तो यह अनुभूति अवश्य होती है. नवचंडी यज्ञ सिर्फ करने के लिए आप ना करे क्यूकी करने के लिए करने से पूर्ण रूप से फल नही मिलता है.
नवचंडी यज्ञ श्रद्धा विश्वास और आत्मविश्वास के साथ करे अगर आप नवचंडी यज्ञ करते हो तो यह आपके जीवन को संवार लेता है यानी आनेवाले जीवन की सभी मुश्केलिया दूर हो जाते है और सभी परिवारजन मां भगवती की अनुभूति की प्रतीति करता है.
यह नवचंडी यज्ञ में 10 ब्राह्मण 10 पाठ करते हैं, अथवा 5 ब्राह्मण 2-2 पाठ करते हैं, तो कुल-मिलाकर 10 पाठ करते हैं, और 1 पाठ का हवन कुंड में प्रत्येक मंत्र के द्वारा क्रसर पायस हूत द्रव्य द्वारा यज्ञ में आहुति देते हैं.
मां भगवती की कृपा अपरंपार है.
शक्तिशाली देवी जिसके ऊपर देवी मां की अपार कृपा होती है, उनको कोई कुछ नहीं कर सकता, क्यूकी मां भगवती राक्षसों का संहार करनेवाली है. चंडीयाग भी किया जाता है.
नवचंडी की महिमा अनादि काल से चली आ रही है. यह नवचंडी कराने हेतु हमारा संपर्क कर सकते हो.
Mo. No: 9913399998
Gujarat,Anand, Vallabh Vidhyanagar.